Monday, May 21, 2018

kahani

  अनसुनी अनकही कहानी 



ये कहानी है एक लड़की की जो एक छोटे से परिवार से है ये लड़की पहाड़ो में पली बड़ी  थी इस लिए इसे सिर्फ वैसी ही वादियों और पेड़ और पौधे और फूलों के साथ रहना अच्छा लगता था जब भी वो उनके साथ रहती उसे इस दुनिया की कोई फिक्र नहीं थी ना कोई दर्द ना कोई शर्त की तुम्हें इससे से आगे जाना है तुम्हें सब से आगे बढ़ना  है और ना ज़िन्दगी से कोई शिकवा की मुझे ऐसा को बनाया | 

वैसे तो हम सब आज की दुनिया में सबसे आगे बढ़ने में और एक प्रतियोगी  के रूप में ही एक दूसरे को देखते है पर हम ये क्यों भूल जाते हैं की हमारी सबसे बड़ी प्रतियोगी हम खुद हैं हमें कोई तब तक नहीं हरा सकता जब तक की हम खुद हार ना मान लें | इस लड़की की भी कुछ इसी तरह की कहानी है जो ना किसी ने सुनी और ना कही | 

ये लड़की बड़ी ही साधारण सा जीवन जीती थी अपनी माँ के साथ  उसका इस पूरी दुनिया में कोई नहीं था सिवाय इसकी माँ के | उसकी माँ ने कभी उसे बहार की दुनिया से डरना नहीं सिखाया हमेशा डट के सामना करना सिखाया जो भी मुश्किल हो उसका खुद से हल निकालना  सिखाया  लेकिन एक सिख नहीं दे पायी उसकी माँ की इस भरी दुनिया में उसका कोई साथ नहीं देगा जो भी करना है अकेले करना है और यही सिख देने से पहले ही उसकी माँ की मृत्यु हो गई देखते ही देखते वो महज़ सिर्फ १२ साल की लड़की अनाथ हो गई पिता का साया पहल ही हट गया था और अब माँ भी नहीं रही इस पूरी दुनिया में वो अकेली थी ना कोई आगे ना पीछे बस वो अकेली------------------------------------!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!


 दोस्तों अगर आपको इसके आगे की कहानी देखनी है और जानना है की इस बे रहम ,नामुमकिन सी दुनिया में उस १२ साल की लड़की ने कैसे अपनी ज़िन्दगी बनायी और कैसे इस दुनिया में सर उठाके अपने माँ के सपनों को सच कर के इस दुनिया में अपना नाम बनाया और कैसे वो अकेली इस दुनिया से लड़ी ????????? 

तो आपको comment कर के मुझे बस एक message भेजना है और आगे की कहानी जल्दी ही आपको मिलेगी |


आपकी  दोस्त और इस कहानी की रचता |





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