Thursday, June 14, 2018

ye basant

ये बसंत 

ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 
कभी बदले नसीबा सभी के 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 

ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 
जब अँधेरा छाये जीवन में 
तभी सूरज की रौशनी बिखेरे उजाला कर के जाता है 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 
सभी को खुश कर जाता है 

नयी हो या पुरानी हर चीज़ हमेशा मन में नया सा भाता है 
रोज़ रोज़ तकिय पे एक चिट्ठी मिल जाता है 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 
हर रो एक नया सपना आखों के तले दे जाता है 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 

जब गर्मी देती है तिलमिलाहट सी नमी 
तब एक फुहार सा नशा चढ़ जाता है 
ये क्या होता है जब नन्ही -नन्ही चिड़िया रोज़ मुझे सुनाती है 
जब एक नया राग बनाती है 
ये सब कुछ लगता है अपना अपना सा 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है 
हर एक को खुशियां दे जाता है 
ये बसंत का मौसम भी कैसा मौसम है | 

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