Thursday, June 28, 2018

aya savan jhum ke

आया सावन झूम के 

हो गई शुरुआत मगन हर गीत की 
बदरिया गरज कर बोले बोल मन प्रीत की 

टिप -टिप करें बूंदें बरसें हर एक बारिश की 
बदन छू कर कहे ये है रीत सावन की 

नाचे मोरनी मन मतवाली 
गाये हर गीत सुरिलो वाली 

चहक-चहक कर पंछी 
आजा अब होगी रास हर जनम की 

श्याम सुन्दर 
मधुर सरगम 
प्रेम का हर गीत मधुबन 
लेकर खुशियां आया है मौसम 

लोग नाचे झूम के 
लोग गायें घूम के 
रास रचैया मोहन मुरलिया 
कहे की ,
आया सावन झूम के || 

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